भारत का दबदबा पूरी दुनिया भारत-पाक तनाव में देख चुकी है. इंडिया ने कैसे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर से घुटने पर ला दिया. इसका गवाह दुनिया भर के देश बने हैं.
अब भारतीय करेंसी ने भी अपनी दहाड़ से अमेरिका और चीन जैसे देशों को शर्मशार कर दिया है. इंडियन रुपये ने आज पिछले 2 साल में एक दिन का सबसे बड़ा हाई बनाया है.
जो कि नवंबर 2022 के बाद एक दिन में आई सबसे बड़ी तेजी है. भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.2125 रुपये पर बंद हुआ है. रुपया आज 0.9 फीसदी चढ़कर बंद हुआ,
जो कि रुपये में नवंबर 2022 के बाद एक दिन में आई सबसे बड़ी तेजी है. वहीं, सप्ताह के दौरान, करेंसी में 0.3% की वृद्धि हुई क्योंकि शुक्रवार की तेजी ने पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले 86 के स्तर से नीचे गिरने से उबरने में मदद की.
डॉलर इंडेक्स और चाइनीज युआन में गिरावट
भारतीय करेंसी में तेजी आने के पीछे का मेन कारण है कि डॉलर इंडेक्स पिछले कई दिनों से लगातार दबाव में कोरोबार कर रहा है.
जहां एक ओर डॉलर इंडेक्स 0.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. डॉलर इंडेक्स अपने पिछले दो हफ्ते को अपने निचले स्तर पर है. वहीं, चीनी युआन में भी गिरावट देखने को मिल रही है.
युआन भी 0.31 फीसदी की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है. भारत के प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक, बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50, ने एशियाई शेयर बाजारों में 1% की बढ़त के साथ अच्छा प्रदर्शन किया.
वहीं, भारत के 10 साल वाले सरकारी बॉन्ड की यील्ड में कमी आई. इस महीने भारतीय रुपये का प्रदर्शन अन्य उभरते बाजारों की मुद्राओं की तुलना में कमजोर रहा. एमएससीआई का उभरता बाजार मुद्रा सूचकांक मई में अब तक 1.7% बढ़ा है, जबकि रुपये में करीब 0.8% की गिरावट आई.
नुवामा प्रोफेशनल क्लाइंट्स ग्रुप के फॉरेक्स और रेट्स प्रमुख अभिलाष कोइकरा ने कहा कि जल्द ही रुपये के 84.80 से 85.80 के बीच रहने की उम्मीद है, लेकिन अगर यह इस दायरे से बाहर जाता है, तो कॉर्पोरेट हेजिंग बढ़ सकती है, जिससे रुपये की चाल तेज हो सकती है.